शादी की पहली सालगिराह पर ताबूत में देख उससे लिपट गई पत्नी, बोली नहीं जी पाऊंगी तुम्हारे बिना

शहीद विकास का शव मंगलवार देर शाम बांदा के लामा गांव पहुंचा। ताबूत देखते ही पत्नी नंदनी दौड़कर उसके पास पहुंची और पति के शव से लिपट कर चीख चीखकर रोने लगी। उसके मुंह से सिर्फ एक ही बात निकल रही थी, मुझे छोड़कर क्यों चले गए, मैं नहीं जी पाउंगी तुम्हारे बिना। वहीं, शहीद की मां का भी रो रोकर बुरा हाल है। वो बार-बार देश के लिए बेटे की वफादारी और बलिदान पर गर्व की बात कह रही थीं।


पत्नी ने कहा, मुझे गर्व है कि मैं एक शहीद की पत्नी हूं। हमारी शादी 23 फरवरी 2019 को हुई थी। वो आखिरी बार पिछले साल अक्टूबर में आए थे। उनके छोटे भाई आकाश की 7 मार्च को शादी है। उन्होंने कहा था कि सालगिराह यानी 23 फरवरी पर घर आएंगे। उन्होंने धूमधाम से सालगिराह मनाने की बात कही थी, लेकिन मुझे नहीं पता था कि उससे पहले ही मेरा सुहाग उजड़ जाएगा।

शहीद के पिता रतेंद्र किसान हैं। विकास साल 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। छत्तीसगढ़ के रायपुर में उनकी पोस्टिंग थी। 10 फरवरी को नक्सली हमले में वो शहीद हो गए। भाई आकाश ने कहा, शहादत के कुछ घंटे पहले भईया से फोन पर बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि शादी के कार्ड छप गए हों तो ले आना। सभी को निमंत्रण दे देना। भईया ही शादी की सभी तैयारी कर रहे थे। उनको जितनी घर की चिंता थी, उससे ज्यादा अपने देश और ड्यूटी के प्रति गंभीर और वफादार थे।
शादी की पहली सालगिराह पर ताबूत में देख उससे लिपट गई पत्नी, बोली नहीं जी पाऊंगी तुम्हारे बिना शादी की पहली सालगिराह पर ताबूत में देख उससे लिपट गई पत्नी, बोली नहीं जी पाऊंगी तुम्हारे बिना Reviewed by Realpost today on 5:12 AM Rating: 5
Powered by Blogger.