रामसंजीवन तिवारी ने अपने बेटे की विवाह की, और दहेज़ के रूप में 11 लाख रूपए लिए। 15 लाख की डिमांड करते हुए रामसंजीवन तिवारी को रिश्तेदारों ने समझाया और वो करीब 11 लाख रूपए लेकर अपनेबेटे की विवाह की, लड़की विदा होकर घर आई और लड़के के साथ एक रात रही पर सुबह उठते ही उसने लड़के और लड़के के घर वालों पर आरोप लगाया की उनका बेटा नामर्द है। यहाँ तक की लड़की का कहना है की उनका बेटा किन्नर है।
लड़के की पत्नी का कहना है की उसका पति अभिषेक तिवारी किन्नर है और वो बाप नहीं बन सकता है। ऐसे में लड़की ने बताया की शादी के दुसरे दिन जब ससुराल वालों को इस बात की पुष्टि करवाई तो उन्होंने कहा की रिस्पेशन से पहलेअगर मायके गई तो उनकी बदनामी हो जायेगी और मेरी मिन्नते करके मुझे पहले घर में रोका और उसके बाद मोबाइल छीनकर मुझे मारा-पिटा जैसे तैसे वो वहां से अपने घर आई है और उसने पुलिस को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है।
अभिषेक पर जब ये आरोप लगा तो उसने स्थिति से ना भागकर उसका सामना किया और डॉक्टरो से चैकप करवाया उन्होंने करीब तीन डॉक्टरों से रिपोर्ट करवाई और रिपोर्ट नार्मल आई और डॉक्टरों के मुताबिक अभिषेक बाप बन सकता है और वो किसी भी प्रकार से किन्नर या नामर्द नहीं है, ये लड़की की मनघटत बात है जिसमे किसी भी तरह की कोई वास्तविकता नहीं है अब पुलिस इस बात का पता लगा रही है की आखिर लड़की ने ऐसा क्यों किया और आखिर ऐसा घिनौना आरोप अपने ही पति पर क्यों लगाया।
विवाह के दूसरे दिन दुल्हन ने बताया नामर्द, फिर लड़के ने ऐसे सिद्ध की मर्दानगी..!
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7:09 AM
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